एक करोड़ रुपये से भी ज्यादा के चालान वाले मामले की बहुत चर्चा हो रही है. एक बंदे पर ओवर स्पीडिंग को लेकर एक लाख 30 हजार डॉलर (1 करोड़ 6 लाख 27 हजार रुपये) का जुर्माना लगा है. यह घटना फिनलैंड (Finland) की है. आप सोच रहे होंगे कि फिनलैंड के बारे में अच्छी बातें सुनी थीं | अब वहां के लोगों के साथ ये कैसी ज्यादती हो रही है? तो हम बताते हैं ऐसा आखिर क्यों हुआ?
कटा 1 करोड़ का चालान
फिनलैंड में बिल्कुल अलग ही नियम है.वहां किसी व्यक्ति पर जुर्माना उसकी सलरी के हिसाब से लगाया जाता है. यानी अगर आप ज्यादा पैसे कमाते हैं तो आपके लिए फाइन भी ज्यादा होगा. अब जिस शख्स पर ओवर स्पीडिंग के चलते ये जुर्माना लगाया है, वो निकला देश का जाना-माना बिजनेसमैन,वहां के सबसे अमीर लोगों में से एक है 76 साल के एंडर्स विक्लोफ 10 मिलियन डॉलर (करीब 82 करोड़ रुपये) की कंपनी के चेयरमैन और फाउंडर हैं. ये एक होल्डिंग कंपनी है, जो लॉजिस्टिक्स, हेलीकाप्टर सेवाओं, रियल एस्टेट, ट्रेड और पर्यटन क्षेत्रों में बिजनेस करती है.
क्या हैं फिनलैंड के ट्रैफिक नियम?
फिनलैंड में ट्रैफिक नियम तोड़ने पर जो दिन की जितनी सैलेरी है उसका आधा जुर्माना देना पड़ेगा. वहां की पुलिस के पास स्मार्टफोन में एक सेंट्रल टैक्सपेयर डेटाबेस होता है. जिससे वो तुरंत किसी की भी इनकम चैक कर सकती है. इसके अलावा स्पीड लिमिट से जितने नंबर ऊपर गए, उतने दिन की सैलरी के हिसाब से फाइन भरना पड़ता है. फाइन की कीमत अपराध की गंभीरता पर भी डिपेंड करती है. ये नियम लगभग सभी नॉर्डिक देशों में लागू हैं.
एंडर्स विक्लोफ जिस इलाके में गाड़ी चला रहे थे. उस इलाके की स्पीड लिमिट 50 किमी प्रति घंटा है, लेकिन वो 82 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रहे थे. तभी पकड़े गए. उनका ड्राइविंग लाइसेंस भी 10 दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. बताया जाता है कि एंडर्स को करीब 14 दिनों की सैलेरी के बराबर जुर्माना देना पड़ा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पहले भी दो बार, 2013 और 2018 में एंडर्स विक्लोफ पर लाखों रुपयों का जुर्माना लग चुका है.